सेहत- लाइफस्टाइल में बदलाव से रुक सकते हैं स्ट्रोक, 4 में से 1 व्यक्ति स्ट्रोक की चपेट में, 90% केस : वर्ल्ड स्ट्रोक डे पर विशेष ब्रजेन्द्र अवस्थी, 29/10/202329/10/2023 आपने कभी सोचा है कि ये वर्ल्ड डायबिटीज डे, हार्ट डे या स्ट्रोक डे क्यों बनाए गए हैं। क्या ये बर्थडे की तरह सेलिब्रेट करने के लिए बनाए जाते हैं। अगर नहीं तो क्या कारण है कि हर साल दुनिया भर में हेल्थकेयर कम्युनिटी और प्रोफेशनल्स इन दिनों को इतनी अहमियत देते हैं। दरअसल ये दिन बहुत जरूरी हैं। ये ऑब्जर्व किए जाते हैं ताकि इन खतरनाक बीमारियों के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके। इसी क्रम में 29 अक्टूबर को दुनिया भर में स्ट्रोक से जुड़े खतरों से लोगों को आगाह करने और उनकी चेतना बढ़ाने के लिए वर्ल्ड स्ट्रोक डे मनाया जाता है। दरअसल स्ट्रोक यानी दिमागी दौरे का एक बड़ा कारण खराब लाइफस्टाइल, सिगरेट, शराब की लत और हाई ब्लड प्रेशर है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक स्ट्रोक से होने वाली 10 में से 4 मौतों को रोका जा सकता है, अगर ब्लड प्रेशर पर ध्यान दिया जाए और उसे काबू में रखा जाए। हमारा दिमाग शायद दुनिया का सबसे कॉम्प्लेक्स ऑर्गन है। इसमें 86 बिलियन न्यूरॉन्स हैं, जिन्हें लगातार काम करते रहने के लिए शरीर की 20% ऑक्सीजन और ग्लूकोज चाहिए होता है। हमारे शरीर के वजन का सिर्फ 2% हिस्सा यानी हमारा दिमाग एक घंटे में 100 स्मार्ट फोन के बराबर ऊर्जा का इस्तेमाल करता है। अब सोचिए कि ये कितनी कॉम्प्लेक्स मशीन है। इस मशीन को चलाने के लिए लगातार खून की जरूरत पड़ती है। कुछ मिनट भी खून न मिले तो दिमाग की कोशिकाएं मरने लगती हैं। ऐसा ही कुछ होता है स्ट्रोक के केस में। स्ट्रोक में किसी कारण से दिमाग में खून की सप्लाइ रुक जाती है। अधिकतर यह खून की नसों में क्लॉट बनने की वजह से होता है और कुछ बार ज्यादा ब्लड लॉस की वजह से। 90% स्ट्रोक का कारण है हमारी खराब आदतेंवर्ल्ड स्ट्रोक ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक स्ट्रोक के 90% मामलों को लाइफस्टाइल सुधारों से कम किया जा सकता है। स्ट्रोक का कोई एक कारण नहीं है बल्कि इंसान की कई सारी खराब आदतें एक दिन दिमागी दौरे का कारण बन सकती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक 1.5 करोड़ लोग हर साल स्ट्रोक का शिकार होते हैं। इसमें से एक तिहाई लोग अपनी जान खो देते हैं और एक तिहाई लोग हमेशा के लिए दिव्यांग हो जाते हैं। अब आप समझ सकते हैं कि महज कुछ मिनट तक हमारे दिमाग में खून न पहुंचना कितना खतरनाक हो सकता है। इन हेल्थ कंडीशन और लाइफ स्टाइल आदतों से बढ़ता है स्ट्रोक का रिस्क- हाई ब्लड प्रेशरहाई कोलेस्ट्रॉलहाई ब्लड शुगरसिगरेट-शराबस्ट्रेस स्ट्रोक से बचने के लिये इन बातों का ख्याल रखें1. ब्लड प्रेशर पर लगाएं लगामविश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक दुनिया भर में 128 करोड़ वयस्क इस वक्त हाइपरटेंशन की गिरफ्त में हैं। 788 करोड़ की आबादी वाली हमारी दुनिया में 128 करोड़ लोग हाई ब्लड प्रेशर के शिकार हैं। ये हाई ब्लड प्रेशर दूसरी बीमारियों जैसे दिल के रोग, किडनी से जुड़ी दिक्कतों का कारण बनता है। साथ ही यह स्ट्रोक का भी बड़ा कारण है। 10 में से 4 स्ट्रोक के मामलों में कारण हाई ब्लड प्रेशर ही होता है। 2. हाई ब्लड शुगर लेवल है कालवर्ल्ड स्ट्रोक ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक हर 20% स्ट्रोक के शिकार इंसानों को डायबिटीज भी होता है। बढ़े शुगर लेवल की वजह से खून की धमनियां सख्त और संकरी होने लगती हैं, जिससे खून में क्लॉट बनने और इनके फटने का खतरा बढ़ सकता है। यही आगे चलकर स्ट्रोक का कारण बनता है। इसलिए अपने दिमाग पर एक एहसान करिए और अपनी प्लेट से चीनी हटाइए। 3. सिगरेट और शराब को फेंके कचरे मेंएक बड़ा पुराना मिथ है, जो WHO ने हाल ही में तोड़ा। आपने लोगों को अक्सर कहते सुना होगा कि डेली 30ml तो सेफ है। शराब कोई दवा नहीं है कि रोज 30ml ली जाए और फायदा भी करे। विश्व स्वस्थ संगठन ने भी बताया है कि शराब की कोई भी मात्र सुरक्षित नहीं है।शराब का नाम आ रहा है तो सिगरेट कैसे पीछे छूट जाए। ये दोनों हमारे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ाते हैं। खून में ये कोलेस्ट्रॉल जमने लगता है और स्ट्रोक का कारण बनता है। क्या है स्ट्रोक से बचने का सही तरीकास्ट्रोक कोई एक बीमारी नहीं बल्कि एक अटैक या दौरा है। इसे स्ट्रोक इसलिए कहते हैं क्योंकि इसमें इंसान खड़े-खड़े अचानक गिर जाता है। लगने को लग सकता है कि एक दिन अचानक ही ऐसा होता है। लेकिन अगर समझने की कोशिश करें तो पिक्चर एकदम क्लियर हो जाएगी। ये अचानक नहीं हुआ, बल्कि सालों की बुरी आदतों और खराब डाइट का नतीजा है। दुनिया भर की अनाप-शनाप चीजें खा-खा कर, स्वाद के गुलाम होकर हम अपने ही शरीर के दुश्मन बन जाते हैं। भयंकर तेल में डूबी चीजें खाकर कोलेस्ट्रॉल बढ़ाते हैं, 10-12 चम्मच चीनी फांककर शुगर बढ़ाते हैं और हाई सोडियम डाइट लेकर बीपी। और फिर सोचते हैं कि स्ट्रोक जैसी चीजें तो अचानक अपने आप ही हो जाती हैं। कोई घर का ताला खुला छोड़ दे और फिर आश्चर्य करे कि चोरी कैसे हो गई। यह उतनी ही भोली मूर्खता है। स्ट्रोक अपने आप नहीं हुआ। आपने उसकी जमीन तैयार की है। इसलिए स्ट्रोक की संभावना को कम करने के लिए अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में इन चीजों का ख्याल रखें- हरी-सब्जियों और फल की मात्रा बढ़ाएं।तली-भुनी और पैक्ड चीजों से तौबा करें।हाई सोडियम और शुगर वाली चीजों को कहें न।खाने में हेल्दी फैट और प्रोटीन बढ़ाएं।विटामिन और मिनरल्स का भी रखें ख्याल।रोज एक्सरसाइज करना है जरूरी।भरपूर पानी पिएं, बॉडी को हाइड्रेट रखें।समय पर सोएं और जागें। नींद में लापरवाही नहीं।स्ट्रेस मैनेजमेंट है जरूरी। तनाव न बढ़ने दें।खुश रहें। संतुलित-संयमित जीवन जिएं। HEALTH AND WELLNESS