महाराजा अग्रसेन की 5147वीं जयंती पर शोभायात्रा और भंडारा आज सुबह 10 बजे होगा ब्रजेन्द्र अवस्थी, 15/10/202315/10/2023 अग्रवाल समाज द्वारा अग्र कुल प्रवर्तक महाराजा अग्रसेन की 5147वीं जयंती 15 अक्टूबर को पूरे जिले में हर्षोल्लास से मनाई जाएगी। इस अवसर पर जगह जगह विभिन्न सामाजिक, धार्मिक कार्यक्रम आयोजित कर भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसी के साथ पिछले एक सप्ताह से चल रहे अग्रसेन जयंती महोत्सव के कार्यक्रमों का समापन हो जाएगा। जिला अग्रवाल समाज के मीडिया प्रभारी रामकिशोर अग्रवाल ने बताया कि जिला मुख्यालय छतरपुर में समाज के सभी लोगों, नारी शक्ति और बच्चों को शोभायात्रा में शामिल होने के लिए प्रेरित करने सुबह 9 बजे हर्षित टीटू, संस्कार संसू, सुमित सुंदरम् और रवि शिवानी के नेतृत्व में नगर में दो पहिया वाहन से प्रभात फेरी निकाली जाएगी। इसके पहले सुबह 7 बजे हरिओम गौशाला में गौसेवा, महालक्ष्मी मंदिर में रामायण पाठ पूर्ण होने पर सुबह 8 बजे हवन पूजन, 9 बजे कन्या भोज और सुबह 10 महाराजा अग्रसेन की भव्य शोभायात्रा दोपहर एक बजे महालक्ष्मी मंदिर से प्रारंभ होगी जो चौक बाजार, महल रोड, छत्रसाल चौक, पुराना रोजगार कार्यालय, बस स्टैंड, हटवारा होते हुए शिल्पशाला मार्ग स्थित अग्रसेन विद्या मंदिर पहुंच कर महाआरती के साथ होगी। अग्रवाल समाज के जिलाध्यक्ष प्रभात सर्राफ, नगर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, अग्रसेन महिला विकास समिति की अध्यक्ष सोनम अग्रवाल और नवयुवक मंडल अध्यक्ष शिवम शानू ने सभी समाजजनों से रविवार को अपने प्रतिष्ठान बंद रख कर महाराजा अग्रसेन की शोभायात्रा में सपरिवार शामिल होकर सामाजिक एकजुटता प्रदर्शित करने की अपील की है। वरिष्ठ समाजसेवी बालकृष्ण अग्रवाल दाऊ द्वारा अग्रवाल समाज की महिलाओं एवं बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार शाम पन्ना रोड स्थित होटल लॉ कैपिटोल में किया गया।बजे समाजजन भंडारे का आयोजन किया जाएगा। “सोचो नहीं एक नई शुरुआत करो” थीम पर महिलाओं और बच्चों ने शिक्षाप्रद, देशभक्तिपूर्ण तथा सामाजिक नाटक और गीत-संगीत पर केंद्रित रंगारंग कार्यक्रम अग्र उड़ान में अपनी प्रतिभा प्रदर्शन किया। समारोह में छोटे-छोटे बच्चों ने नाट्य कला में बेहतरीन अदाकारी पेश कर लोगों को सम्मोहित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस अवसर पर अग्रवाल समाज कुलदेवी माता महा लक्ष्मी की जीवंत झांकी प्रस्तुत की गई। एक बढ़कर एक शानदार प्रस्तुतियों ने उपस्थित समाजजनों को तालियां बजाने को मजबूर कर दिया। महालक्ष्मी मंदिर में आज सुबह संगीतमय अखंड रामायण पाठ भी शुरू हो गया छतरपुर