छतरपुर-100 मीटर दायरे में ईवीएम रूम होने के कारण मेला जलविहार की अनुमति नहीं मिली, आज आएंगे विमान ब्रजेन्द्र अवस्थी, 26/10/202326/10/2023 प्रदेश के साथ ही जिले में विधानसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लागू है। जिसके चलते शहर के मेला ग्राउंड में लगने वाला ऐतिहासिक मेला जलविहार इस बार खटाई में पड़ता नहर आ रहा है। क्योंकि अब तक मेला लगाने की स्वीकृति जिला प्रशासन द्वारा नहीं दी गई है। जबकि छतरपुर नगर पालिका ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की फोटो एवं वीडियो ग्राफी, शॉल-श्रीफल, पार्किंग ठेका, लाइटिंग और टेंट सहित अन्य सामग्री की टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है। बता दें कि शहर के मेला ग्राउंड में हर साल नगर पालिका छतरपुर द्वारा मेला जलविहार का आयोजन किया जाता है। यह परंपरा आज की नहीं वर्षों पुरानी है, इसलिए जिले के साथ ही शहर के लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। इस मेले में प्रति वर्ष विभिन्न प्रकार की 250 दुकानें, झूला, मौत का कुआं, जादूगर और ट्रेन सहित अन्य सांस्कृतिक आयोजित किए जाते हैं। ताकि शहर के साथ ही जिले के लोगों का मनोरंजन हो सकें। साथ ही धनतेरस और दीपावली पर्व की खरीदारी कर सकें। लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव के चलते जिले में आचार संहिता लागू है, जिसके चलते अब तक जिला प्रशासन ने मेला लगाने की अनुमति नहीं दी गई है। जबकि गुरुवार की शाम महल परिसर स्थित मंदिर से विमान आने वाले हैं। शहर के महल परिसर स्थित भगवान के विमान आने के बाद इस मेले की औपचारिक शुरुआत हो जाती है, जो आज गुरुवार की देर शाम हो जाएगी। लेकिन मेला जल विहार की अनुमति न मिलने से एक नवंबर से होने वाले सांस्कृतिक अटक जाएंगे। इसके साथ ही मंचीय कार्यक्रम रहसलीला, बच्चों के शालेय सांस्कृतिक कार्यक्रम, जवाबी कीर्तन, आर्केस्ट्रा, मुसायरा, बुंदेली लोकगीत, भजन संध्या, लोक नृत्य राई और कवि सम्मेलन का आयोजन भी खटाई में पड़ जाएगा। जबकि नगर पालिका प्रशासन सभी प्रकार के सांस्कृतिक के लिए संबंधित लोगों को आमंत्रण देते हुए एडवांस राशि दे चुके हैं। पहले भी विधानसभा चुनाव के दौरान मेला आयोिजत हो चुका है प्रत्येक पांच साल में होने वाले विधानसभा चुनाव नवंबर माह में पड़ने वाली दीपावली पर्व के समय होंगे, तो हर पांच साल में मेला जलविहार का आयोजन रोक दिया जाएगा। जिससे जिले के लोगों को रात के समय आयोजित इस ऐतिहासिक मेले का लत्फ उठाने को नहीं मिलेगा। क्योंकि मेला ग्राउंड परिसर में ईवीएम गोदाम बन गया है। इसके साथ ही 200 मीटर की परिधि में कलेक्ट्रेट कार्यालय एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय पहले से स्थित है। इसके पहले भी जिले में विधानसभा चुनाव मेला जलविहार के दौरान हुए, पर अनुमति में दिक्कत नहीं आई। छतरपुर