बाजार में धूम मचाने के बाद लाल निशान पर बंद, ब्रजेन्द्र अवस्थी, 09/12/202309/12/2023 शेयर बाजार में अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट देखने को मिली. बड़ी और तेज बढ़त के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में मुनाफावसूली देखने को मिली. अदाणी ग्रुप के शेयर पिछले कुछ बाजार सत्रों से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. अडानी ग्रुप में कई सकारात्मक खबरें आईं जिससे ग्रुप के शेयरों में जोरदार तेजी आई. यह रैली इतनी तूफानी थी कि अडानी ग्रुप की बाजार पूंजी 14 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गई. शुक्रवार के बाजार में अडानी ग्रुप के शेयरों में कमजोरी दिख रही है. बढ़त के बाद अडाणी ग्रुप के शेयरों में मुनाफावसूली दिख रही है. अदानी ग्रुप का एनडीटीवी 6% से ज्यादा नीचे कारोबार कर रहा है, जबकि अदानी ग्रीन 5% तक नीचे है. इसी तरह अडानी एंटरप्राइज की कीमतों पर नजर डालें तो तीन फीसदी तक की गिरावट देखने को मिल रही है. इसी तरह अडानी विल्मर लिमिटेड के शेयरों में भी 4% की गिरावट आई है. अडानी पावर में 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है. इसी तरह अडानी पोर्ट 1.60% नीचे कारोबार कर रहा है. यह अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट नहीं बल्कि मुनाफावसूली है, क्योंकि पिछले कुछ बाजार सत्रों में अडानी के शेयरों में एकतरफा तेजी देखी गई है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि लंबी अवधि में अडानी के शेयर बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं. अदाणी समूह के शेयरों में तेजी को एक हालिया रिपोर्ट के बाद और बढ़ावा मिला, जिसमें कहा गया था कि अमेरिकी सरकार को समूह के खिलाफ कॉर्पोरेट धोखाधड़ी के हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोप प्रासंगिक नहीं लगे. एक अन्य प्रमुख ट्रिगर समूह की अगले दशक में पूंजीगत व्यय पर 7 लाख करोड़ रुपये निवेश करने की योजना थी और अदानी ग्रीन एनर्जी को आठ अंतरराष्ट्रीय बैंकों के संघ से 1.36 बिलियन डॉलर का ऋण मिला. हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अपनी रिपोर्ट जारी करने से एक दिन पहले 23 जनवरी को समूह का मार्केट कैप 19 लाख करोड़ रुपये से अधिक था. रिपोर्ट के बाद कंपनी के शेयरों में गिरावट आई और यह 6.8 लाख करोड़ रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गए. तब से यह 15 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ वापस आ गया है, लेकिन 24 जनवरी, 2023 से पहले की तुलना में अभी भी कम है. देश