महाकुंभ 2025 : श्रद्धालुओं के लिए भारतीय रेलवे ने उठाया बड़ा कदम, टिकट के लिए नहीं लगानी पड़ेगी लंबी लाइन, Anjali shrivas, 04/01/202504/01/2025 लखनऊ। महाकुंभ 2025 की तैयारियां अब अंतिम चरण में है। योगी सरकार कुंभ मेले को दिव्य और भव्य बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। देश के साथ-साथ विदेशों में भी महाकुंभ का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक कुंभ मेले के लिए रोड शो निकाला जा रहा है। ताकि दुनिया के कोने-कोने से लोग प्रयागराज आए और भारत के सबसे बड़े धार्मिक मेले में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त करें।इसी बीच डिजिटल महाकुंभ के लिए भारतीय रेलवे ने अनूठी पहल की है। अब महाकुम्भ के श्रद्धालुओं को टिकट के लिए लंबी लाइन लगानी नहीं पड़ेगी। रेल कर्मियों की जैकेट पर खास तरह के क्यूआर कोड अंकित किए जाएंगे। जिसे स्कैन करने के बाद रेल टिकट बनेंगे। महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए भारतीय रेलवे ने यह कदम उठाया है। इस पहल से यात्रियों को राहत मिलेगी और उन्हें घंटो टिकट के लिए लाइन लगना नहीं पड़ेगा।भारतीय रेलवे से पहले महाकुंभ 2025 के लिए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने एक बड़ा कदम उठाया है। श्रद्धालुओं और मेला प्राधिकरण की सुविधा के लिए IMD ने एक समर्पित वेबपेज https://mausam.imd.gov.in/mahakumbh/ लॉन्च किया है, जो महाकुंभ क्षेत्र के मौसम का सटीक पूर्वानुमान और पल-पल की जानकारी उपलब्ध कराएगा। । इस वेबपेज पर महाकुंभ क्षेत्र के मौसम से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियां मिलेंगी। मौसम विभाग के इस पहल से श्रद्धालु मौसम से जुड़ी किसी भी असुविधा से बच सकेंगे और उन्हें अपनी यात्रा सेफ बनाने में मदद मिलेगी।इसके अलावा प्रयागराज के अलग-अलग स्टेशन से संगम तक पहुंचाने के लिए नि:शुल्क बसें चलेंगी। महाकुंभ के यात्रियों की सुविधा के लिए रोडवेज 550 शटल बसों का संचालन करने जा रहा है। महाकुंभ के प्रमुख स्नान पर्वों पर 10 रूटों पर 24 घंटे बसों का संचालन होगा। सामान्य दिनों में शहर से लेकर देहात तक 17 रूटों पर शटल बसें चलेंगी। पहली बार दरियाबाद से गोविंदपुर व एयरपोर्ट से बांगड़ धर्मशाला तक बस चलने वाली हैं। Uncategorized