
• सागर, केसली थाना की टड़ा चौकी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पलोह में 80 वर्षीय वृद्धा की पत्थर से कुचलकर हत्या करने वाले आरोपी पोते को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार आरोपी हेन्द्र उर्फ चतुर्भुज अहिरवार आये दिन घर में वाद-विवाद और मारपीट करता था। 12 अप्रैल को दोपहर करीब 3 बजे वह घर आया और घर में सो रही अपनी दादी संतो उर्फ शांतिबाई को जगाया और खाना देने के लिए बोला। जिस पर शांतिबाई ने उससे कहा कि खाना रखा निकाल ले। इस बात पर नाराज होकर आरोपी महेन्द्र उर्फचतुर्भुज उनके साथ गाली-गलौंच करने लगा। जब उसके पिता फरियादी गन्दू उर्फगंधर्व पिता ग्म्मू उर्फ पूरन अहिरवार उम्र 55 वर्ष ने उसे गालियां देने से रोका तो उसने उन्हें जमीन पर पटक दिया और उनका गला दबाने लगा। जब फरियादी की मां संतो उर्फ शांतिबाई बचाने आई तो आरोपी ने जान से मारने की नियत से पत्थर उठाकर उनके सीने में मारा एवं मारपीट की जिससे वे पलंग पर गिर गयीं। जब आरोपी की पत्नी संतगनी एवं मंझला लड़का गोविन्द बीच-बचाव करने आये तो उनके साथ भी पत्थर एवं ईटे से मारपीट की। मारपीट में संतो उर्फ शांतिबाई की मौत हो गयी। जिससे बाद आरोपी मौके से भाग गया। दादी ने खाना देने से मना किया तो कर दी हत्या वारदात की सूचना मिलने पर एसडीओपी शशिकान्त सरयाम द्वारा थाना प्रभारी केसली हरिराम मानकर के साथ घटना स्थल पर पहुंच एवं घटना स्थल का निरीक्षण किया। घटना स्थल में मौजूद भौतिक साक्ष्य पत्थर, ईट के टुकड़े व बीच-बचाव में संघर्ष के समय के अन्य साक्ष्यों एकत्र किये। मामले में पुलिस ने मृतिका के बेटे गन्दू उर्फगन्धर्व अहिरवार की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी महेन्द्र उर्फचतुर्भुज अहिरवार के खिलाफ धारा 296, 115(2), 351(2), 103(1) बीएनएस के तहत प्रकरण पजीबद्ध कर विवेचना में लिया। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के तत्काल मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया। इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर आरोपी महेन्द्र उर्फचतुर्भुज पिता गन्दू उर्फगन्धर्व अहिरवार उम्र 27 साल को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गयी जिसने दादी संतो उर्फ शांति बाई अहिरवार उम्र 80 साल निवासी पलोह द्वारा खाना ना देने की बात पर से सीने में पत्थर से मारपीट व थप्पड से मारपीट कर हत्या कर देना स्वीकार किया। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया जहां से माननीय न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा गया। इस कार्यवाही में केसली थाना प्रभारी निरीक्षक हरिराम मानकर, उपनिरीक्षक लोकेश पटेल, सउनि श्रीधर, प्रआर महेन्द्र, आर संतोष, राकेन्द्र रावत, नीलेश इरपाचे, सैनिक मंगल सिंह, 100 डायल पायलेट अजय शुक्ला की महत्वपूर्ण भूमिका